मानहानि मामले में राहुल गांधी को आदतन अपराधी बताते हुए भाजपा ने गुजरात हाई कोर्ट के फैसले को विधि सम्मत और उचित करार दिया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी समझते हैं कि लोगों को अपमानित करने का उन्हें अधिकार है, तो कानून को भी उन्हें सजा देने का अधिकार है।
राहुल गांधी पर ओबीसी को अपमानित करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कोई कैसे कह सकता है कि सारे मोदी चोर हैं। जबकि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने याद दिलाया कि राहुल अपनी करनी का परिणाम भोग रहे हैं।
उन्होंने ही संप्रग सरकार के उस अध्यादेश को अमर्यादित तरीके से फाड़ा था जिसमें ऐसी सजा के कारण सदस्यता नहीं जाने का प्रविधान किया गया था।रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी को गैर जिम्मेदाराना एवं अहंकारी बताया। उनके अनुसार राहुल गांधी को गांधी खानदान में पैदा होने का अहंकार है और इसी वजह से वह खुद को कानून से ऊपर समझते हैं। उन्हें मालूम होना चाहिए कि देश में कानून सबसे लिए बराबर है और कानून ने अपना काम किया है।
रविशंकर ने कहा कि अदालत ने भी उन्हें माफी मांगने का समय दिया था, लेकिन उन्होंने सावरकर का भी अपमान करते हुए कह दिया कि मैं सावरकर नहीं हूं कि माफी मांगूंगा। यदि राहुल ओबीसी समुदाय के अपमान के लिए माफी मांग लेते तो पूरा मामला ही खत्म हो जाता है। उनके अनुसार राहुल गांधी के विरुद्ध देश की विभिन्न अदालतों में लगभग 10 आपराधिक मामले लंबित हैं। इसके आलोक में ही हाई कोर्ट ने उनकी सजा पर रोक लगाने से इनकार कर दिया।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि संस्थाओं और लोगों को अपमानित करना, उन्हें बेइज्जत करना और अपशब्द कहना राहुल गांधी की आदत में शामिल है। वह चुनाव हार जाने पर क्षेत्र की जनता की आलोचना करने लगते हैं। वोट नहीं मिला तो चुनाव आयोग की आलोचना करते हैं। कोर्ट का फैसला उनके अनुकूल नहीं आया तो उसकी आलोचना करने लगते हैं।
राफेल मामले में इसके लिए उन्हें सुप्रीम कोर्ट से माफी तक मांगनी पड़ी थी। राहुल पर होमवर्क नहीं करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा जेएनयू में टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ खड़े होना और भारतीय सेना पर खून की दलाली जैसे आरोप उनका गैर जिम्मेदाराना रवैया दर्शाते हैं।